*Nunc iuvat in teneris dominae iacuisse lacertis (Latin): तुम्हारे प्यार की
नर्म बाँहों में सोना कितना प्यारा है – ओविद 43BC-AD C.17
उन्नीसवाँ दिन
जनवरी २९,१९८२
आज
के अखबार में मैंने दो कॉलम पढ़े। दोनों ही ‘‘औरतों’’ के बारे में हैं। एक है ‘‘गर्भपात कार्यक्रम’’ और दूसरा है ‘‘ब्रिटेन बलात्कारियों पर सख्त’’। विवरण के बारे में चर्चा नहीं करनी
है, क्योंकि
मैं अपराध-विशेषज्ञ नही हूँ। मगर एक संभाव्य-भाषाविद् होने के नाते मैं इन दोनों
कॉलम्स में प्रयुक्त दिलचस्प शब्दावली बताता हूँ जिससे इन तकनीकी शब्दों के
बारे में तुम्हें ज्ञान हो सकेः
गर्भपात
कार्यक्रम
१. MTP (मेडिकल
टर्मिनेशन ऑफ प्रेग्नेन्सी – गर्भावस्था की चिकित्सकीय समाप्ति)
२. अवैध
गर्भपात
३. स्त्री
रोग विशेषज्ञ
४. अनचाहा
गर्भ
५. वन्धीकरण
ब्रिटेन
बलात्कारियों पर सख्त
१. घटी हुई सजाएं
डेनमार्क में जो बलात्कारी बधियाकरण
के ऑपरेशन के लिये सहमत हो जाते हैं उन्हें अक्सर कम सजा़ दी जाती है।
२. बधियाकरण
३. हिंस्त्र वृत्ति (औरतों के प्रति)
४. बलात्कार का संकट
५. बलात्कार या लैंगिक शोषण
६. आन्तरिक जांच
७. लैंगिक अपराध
८. लैंगिक दुर्व्यवहार
९. लैंगिक इतिहास
१०. लैंगिक आक्रमण (बलात्कार)
११. जेल की सजा
अदालत
ने बलात्कारी को कम से कम दो वर्ष के कारागार की सजा सुनाई।
मुझे
अत्यन्त दुख है कि दूसरे कॉलम में ‘लैंगिक’ शब्द इतनी बार आया है। मेरा इरादा, बेशक, वीभत्स बनाने का नहीं, बल्कि प्रचार करने का है; जोर देने का नहीं, बल्कि अवगत कराने का है। क्या मुझे
समझ सकती हो? क्या
मैं अपने आप को समझा पा रहा हूँ? यदि ‘‘हाँ’’, तो मुझे कुछ और आगे जाने दो ‘‘लैंगिक विज्ञान’’ के बारे में नहीं, बल्कि ‘‘डायरी-विज्ञान’’ के बारे में (‘‘डायरी-विज्ञान’’ शब्द को मैंने ही अभी-अभी बनाया है
और इसे किसी डिक्शनरी में नहीं देखा जा सकता)।
आज
मैं बहुत सक्रिय नहीं हूँ। आधा दिन तो बिस्तर में ही गुजर गया। सुबह मैं हमारी
डिपार्टमेन्ट लाइब्रेरी गया “Major Syntactic Structure of English” (by Stockwell
et al) [अंग्रेजी की मुख्य वाक्य-संरचना – स्टाकवेल
द्वारा लिखित] नामक पुस्तक लेने। डा० ए०के०सिन्हा ने किताब की सिफारिश की है। किताब शांति (एक मणिपुरी लडकी) ने ली हुई है। जब मैं कल और परसों
उससे मिला था तो मैंने उसे किताब वापस लौटाने को कहा था। मगर उसने अभी तक लौटाई
नहीं है। शायद उसने दोपहर में लौटाई होगी (मेरा खयाल है)। मगर इस किताब के बदले
मैंने कुछ और किताबें लीं। ये मुझे कुछ दिनों तक व्यस्त रखेंगी, जब तक कि मेरी मनचाही किताब मुझे मिल
नहीं जाती। कैम्पस के चौराहे पर दो भारतीय लड़कियों ने जो एम०ए० लिंग्विस्टिक्स कर रही हैं मुझे अमरूद दिया। मैंने
सिर्फ इतना कहाः
‘‘धन्यवाद, मुझे अच्छा लगा।’’
इसके
बाद मैं होस्टेल की ओर चला। एक नेपाली लड़का, जो मेरा सहपाठी है मुझे पोस्ट ऑफिस
में मिला। मैंने उसे अपने कमरे में आने की दावत दी और उसे सिर्फ एक ग्लास पानी
पेश किया। देखो,
मेरे कमरे में किसी का स्वागत करने के लिये कुछ और है ही नहीं! मैंने उसे अपने
साथ लंच करने के लिये कहा, मगर वह दावत कबूल नहीं कर सका क्योंकि उसे
12.30 बजे आल इंडिया रेडियो पर नेपाली ड्रामे में भाग लेना था।
लंच
के बाद का समय मेरा था। अपनी ही इजाजत से मैं बिस्तर में लेटा रहा। यदि पढा़ई में
मन नहीं लग रहा हो तो सोने से ज्यादा बेहतर कोई और काम नहीं है। मैंने तीन घंटों
तक तान दी। सोम्मार्ट कमरे में नहीं है। वह लाइब्रेरी में पढ़ने के लिये गया है।
उसे पूछते हुए सोम्रांग दो बार आया था। प्रयून भी इसी काम के लिये एक बार आया था।
सोम्रांग आजकल मार्केट की ‘‘दुर्लभ चीज’’ हो गया है। वह गरमा-गरम पकौडों की तरह
बिक रहा है! हर कोई उसके पास आता है, उसका भला-साथ पाने को। ऐसा लगता है कि वह
लोकप्रिय इन्सान है। वह खुद तकलीफ उठाकर भी औरों का मनोरंजन करता है। एक महान
आदमी! आज उसके लिए एक चिट्ठी आई है, कहने में अफ़सोस होता है, कि मेरे लिये एक भी नहीं है। इस बात
को मैं यहीं छोड़ देता हूँ, वर्ना इससे मेरे शांत ‘‘दिखाई दे रहे’’ मस्तिष्क में खलबली मच जाएगी। हर हाल में, तुम्हारे वापस आने तक तो मैं इंतजार
कर लूँगा। बिदा,
मेरी प्यारी।
पुनश्चः
-
डिनर
से पहले पोलैण्ड के संकट पर कॉमन रूम में बहस हो रही थी। वक्ता पोलैण्ड के
कामगारों का पक्ष ले रहा था, बाहरी दखलंदाजी की निंदा कर रहा था, सत्ताधारी वर्ग की भी निंदा कर रहा
था और उसने बताया कि आगामी वसन्त में आंदोलन फिर से शुरू हो जाएगा।
मुझे
इतनी भूख लगी थी कि मैं डिनर का इंतजा़र न कर सका। मैं होस्टेल के कैन्टीन में
ऑम्लेट और एक कप चाय के लिये गया। मैंने हौले से चाय की चुस्की ली और हमारे
गुजरे जमाने की घटनाओं के बारे में गहराई से सोचने लगा। समुन्दर की एक लहर की तरह
प्रसन्नता ने मुझे सराबोर कर दिया। एक पल बाद मैं अपने गहरे विचारों से वापस लौटा
और कैन्टीन में ऊपर जाकर अपना एक नया खाता खोला। इसमें लिखा थाः ‘‘2.80 पैसे चुकाना है!’’
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